अलसी क्या है : जाने अलसी(flax seeds) के बीज के फायदे और नुकसान, क्या अलसी महिलाओं को नुकसान पहुंचाती है? क्या अलसी पुरुषों के लिए खराब है? क्या अलसी क
अलसी (flax seeds)
अलसी एक रेशेदार पौधा है, आजकल इसके बीजों को आहार और औषधि के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। इसे हिंदी में अलसी और अंग्रेजी में flax seeds के नाम से जाना जाता है।अलसी को तीसी के नाम से भी पुकारा जाता है। अलसी को प्राचीन मिस्र और चीन में फसल के रूप में उगाया जाता था और एशिया में आयुर्वेदिक चिकित्सा में इसका उपयोग हजारों वर्षों से किया जाता है।
अलसी में मौजूद अनेक पोषक तत्वों के कारण ही इसे आयुर्वेद में एक लाभकारी औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें एंटीफंगल, एंटीऑक्सीडेंट, कोलेस्ट्रॉल लोवेरिंग, एंटीहाइपरटेन्सिव,लिग्नांस एंटीडायबिटिक और एंटीथ्रोम्बिक,फाइबर, प्रोटीन और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड जैसे अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (एएलए), या ओमेगा-3 प्रकार के महत्वपूर्ण गुण पाए जाते है। इन पोषक तत्वों का सेवन विभिन्न स्थितियों जैसे कैंसर, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग, और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने और उनके जोखिम को कम करने में सहायता करता है। हालांकि, इन दावों को समर्थन करने के लिए पर्याप्त सबूत अभी तक उपलब्ध नहीं हैं।
अलसी (flax seeds) क्या है?
व्यक्ति को निरोगी रखने में अलसी रामबाण औषधि के रुप में काम करती है। वर्तमान समय में स्वस्थ रहने में अलसी बहुत मददगार साबित हुई है। अलसी का शरीर एवं स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है जिससे स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। कई वर्षों से स्वस्थ एवं निरोगी रहने के लिए अलसी का उपयोग किया जाता रहा है और आज भी अनेक रोगों के छुटकारा पाने के लिए अलसी के सेवन की सलाह दी जाती है।
अलसी के बीज आकार में भले छोटे हों लेकिन बहुत गुणकारी होते हैं।आजकल मार्केट में भी अलसी के सप्लीमेंट आने लगे हैं। अपने आहार में अलसी को जरूर शामिल करे इससे आप पर्याप्त पोषण को प्राप्त सकते हैं। शरीर में प्रोटीन की पूर्ति के लिए हर उम्र का व्यक्ति अपने आहार में अलसी को शामिल कर सकता है। अलसी के बीज इम्यूनिटी बूस्टर होने के साथ वजन घटाने, ग्लोइंग स्किन, सेहतमंद पाचन, और बालों को मजबूत बनाने में भी काफी मददगार साबित हुआ हैं। यकीनन आप भी हैरान होंगे कि इन छोटे- छोटे बीज में ऐसी भी क्या खूबियां हैं?
मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड अलसी में भी मौजूद होता है और इसलिए शाकाहारी लोगों के लिए अलसी किसी वरदान से कम नहीं है।
हालांकि अलसी के बीज से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं और कुछ स्थितियों में इनका सेवन नहीं करना चाहिए।खैर अलसी के नुकसान के बारे में जानने से पहले हम उनके फायदे के बारे में जानेंगे।
वैज्ञानिकों के अनुसार, अलसी के तेल में 27 प्रकार के कीटाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। इससे हृदय रोग, गुर्दा रोग और मूत्र रोगों से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा, करीब 30 अन्य रोगों में भी अलसी फायदेमंद साबित होती है।
अलसी के बीज के फायदे और नुकसान-
अलसी के फायदे जानने से पहले ये जानिए कि दुनिया के जिन देशों में इसका उत्पादन होता है, उसमें भारत का स्थान चौथा है। अलसी के बीज दो प्रकार के होते हैं: भूरे और सुनहरे या पीले। अलसी के बीज भले ही आकार में छोटे होते हैं, लेकिन इन्हें कीटाणुरोधी व गुणकारी माना जाता है। यह वजन कम करने के अलावा ब्लड प्रेशर और हार्ट प्रॉब्लम जैसी बड़ी समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करता है। ओमैगा फैटी एसिड 3 से भरपूर अलसी के बीज का प्रयोग कई तरह के भोज्य पदार्थों में प्रयोग किया जाता है जिसमें लड्डू, शेक, स्मूदी, स्लाद आदि शामिल हैं।
हालांकि, हम आपको बता दे कि अलसी के बीजों का सेवन करने से कुछ फायदे है तो कुछ इसके नुकसान भी हो सकते हैं जैसे कि अल्सर रोग,शुगर से ग्रसित मरीज, पेट में गैस और एलर्जी के मरीजों को अलसी का प्रयोग नही करना चाहिए।
अलसी के बीज का सेवन करने से पहले, एक डॉक्टर से राय जरूर लेनी चहिए। इसके अलावा, आइए जानते है कि अलसी के बीजों को कितनी मात्रा में और किस तरीके से खाना चाहिए, अलसी खाने के क्या क्या फायदे और नुकसान होते है।
अलसी के बीज के फायदे -
अलसी के बीजों में प्रोटीन, फाइबर, मिनरल्स और विटामिन की भरपूर प्रचुरता पायी जाती हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक साबित होते हैं। इसके अतिरिक्त, अलसी के बीज भी कुछ अन्य गुणों से भरपूर होते हैं, तो चलिए इसके फायदे के बारे में विस्तार से जानते है जो निम्नलिखित हैं-
1). हृदय की बीमारी में करें फायदा-
अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कंट्रोल करने में अलसी सहायक होता है।दूसरे शब्दों में कहें तो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर और रक्तचाप को कम करने में सहायता करता है, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
2). वजन घटाने में करें मदद-(weight lose)
अलसी मोटापा(obesity) को कम करने में मदद करती है। अलसी में भरपूर फाइबर होता है वास्तव में इसके सेवन करने के बाद लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस करता है जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
3). इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करे -
अलसी में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखने में मदद करते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो अलसी का सेवन करने से इम्यूनिटी पॉवर बढ़ती है, जो रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। दरअसल उसके बीज में एंटी फंगल, एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल गुण होते है। जो पाचन के लिए फायदेमंद होते हैं।
बालों के लिए यह बहुत फायदेमंद साबित हुआ हैं अलसी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जिससे अलसी बालों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए फायदेमंद होता है। वास्तव में यह बालों का झड़ना, डैंड्रफ, गंजापन आदि को दूर कर बालों को मजबूत और शाइनी बनाता है।
5). पीरियड्स की समस्या को करे दूर-
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि महिलाओं के पीरियड्स टाइम पर न आ रहे हो या पीरियड्स के दौरान पेट बहुत तेज दर्द होता हो तो खाली पेट में अलसी खाने से इसमें सुधार हो सकता है। हालाकि आप एक बार चिकित्सक से परामर्श जरूर ले।
6). कैंसर में है फायदेमंद-
अलसी में लिग्नांस और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते है जिससे अलसी ब्रेस्ट कैंसर, प्रोटेस्ट कैंसर, कोलोन कैंसर आदि के खतरे को कम करने में सक्षम माने जाते हैं।
7). जोड़ों के दर्द में करे राहत-
अलसी का सेवन करने से शरीर की अकड़न दूर होती है। साथ ही जोड़ो के दर्द में भी राहत मिलता है।
8). ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत –
ओमेगा-3 फैटी एसिड मछली में पाया जाता है। इसलिए अलसी, शाकाहारी लोगों के लिए ओमेगा-3 का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है। अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा पाई जाती हैं, जो दिल की बीमारी के खतरे को कम करने में मदद करता है और ब्लड क्लाटिंग की संभावना को कम करता है।
9). महिलाओं को करे फायदा -
अलसी में लिंग्नास पाया जाता है, जो एस्ट्रोजन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह महिलाओं के हार्मोनल बैलेंस को सही करता है।
10). मूत्र रोग में-
अलसी के बीज का सेवन करने से मूत्र रोग में लाभ होता है। इसके लिए, आप अलसी को उबालकर या फिर मुलेठी में मिलाकर इसका काढ़ा बना सकते हैं।
11). डायबिटीज पेशेंट के लिए है फायदेमंद –
डायबिटीज के मरीजों के लिए अलसी फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि अलसी में लिग्निन पाया जाता है, जो ब्लड में शुगर लेवल को कम करता है। इस तरह, यह शुगर के मरीजों को लाभ प्रदान कर सकती है।
12). कान की सूजन ठीक करने में करे मदद -
कान की सूजन को ठीक करने के लिए, प्याज के रस के साथ अलसी को पकाकर मिला लें। फिर इस मिश्रण की 1 से 2 बूंद कान में डालें। इससे सूजन में आराम मिलेगा।
13). आंखों के लिए हैं सहायक-
आंखों में लालिमा होना या आंख आना जैसी दिक्कत में अलसी के बीज का पानी आंखों में डाल लेने से कुछ हद तक फायदा होता है।
14). शरीर को मजबूत बनाएं –
अलसी के तेल की मालिश से शरीर की मजबूती बढ़ती है। चेहरे पर भी इसका इस्तेमाल करके चेहरे की चमक को बढ़ाया जा सकता है।
15). अलसी के गुण लाए त्वचा में सुधार -
अलसी और अलसी के तेल में समाविष्ट विटामिन बी और स्वस्थ वसा त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यह वसा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसमें फाइटोकैमिकल्स जैसे कैरोटिनॉइड्स और पोलीफेनॉल्स शामिल होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं और विभिन्न स्वास्थ्य लाभों में सहायता के लिए जाने जाते हैं। अलसी सूखेपन को कम करने में मदद करता हैं और मुँहासे, एक्जिमा, त्वचा एलर्जी और सनबर्न जैसे त्वचा-सम्बंधित विकारों के लक्षणों में सुधार ला सकता है।
इसके साथ ही, इसमें विटामिन ई, कैरोटिनोइड्स, लेकिथिन और फोलिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक होते हैं।अलसी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज त्वचा में जलन, चकत्ते, सूजन और लालिमा को कम करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, जो लोग अपने मोटापे से परेशान हैं उनके लिए अलसी वसा मोटापे को कम करने में मदद कर सकती है और दिल की सेहत को भी बढ़ावा देने में सहायक होती है। आपकी त्वचा की सुंदरता को बढ़ाने के लिए इसके चेहरे के पैक और स्क्रब्स बनाने के लिए अलसी का उपयोग किया जा सकता है। हम आपको बता दें कि अलसी में ओमेगा -3 फैटी एसिड आपकी त्वचा को हाइड्रेटेड और ग्लोइंग बनाए रखने में सहयता करता है।
हर व्यक्ति की त्वचा अलग-अलग होती है जिसमें से किसी की ड्राई तो किसी की ऑइली होती है अगर आपकी त्वचा से ऑयल निकलता है जो त्वचा को नमी प्रदान करता है। लेकिन जब ये अनियंत्रित हो जाता है तो इसकी वजह से आपके चेहरे पर गंदगी और अन्य अशुद्धियां आपकी तरफ आकर्षित हो सकती हैं, जिससे चेहरे पर मुँहासे हो जाते हैं। रोजाना एक-दो चम्मच पिसी हुई अलसी खाने से आप ऐसा होने से रोक सकते हैं। यह चेहरे को तरोताजा और बेहद जवां बनाये रखते है।
16). पुरुषों के लिए अलसी है फायदेमंद-
अलसी के बीज पुरुषों के लिए कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाते हैं, जो मांसपेशियों, हड्डियों और यौन क्रिया में महत्वपूर्ण है। अर्थात यह पुरुषों की कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। पुरुषों में सेक्सुअल समस्या को खत्म करता है। साथ ही यह मेल स्पर्म काउंट को बढ़ाता है और प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में सक्षम होता है।
इसके अलावा यह हृदय स्वास्थ्य में सुधार करते हैं, क्योंकि इनमें अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से भरपूर ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायता करता है।
इसके अलावा यह यूरिन इन्फेक्शन को कम करने में सहायता करता है। प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को भी कम करता हैं, क्योंकि इनमें लिग्नांस नामक फाइटोएस्ट्रोजन होता है।
अलसी के बीजों में मौजूद फाइबर आपके इम्यून सिस्टम को स्वस्थ रखने में मददगार साबित होते हैं।
अलसी के बीजों का सेवन पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए कई फायदे प्रदान करता है। इसमें मौजूद तत्व जैसे कि विटामिन बी-1, प्रोटीन, कॉपर, मैंगनीज, ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम आदि पुरुषों की सेक्सुअल समस्याओं को दूर करने में सक्षम होते हैं। अलसी में पाए जाने वाले तत्व मेल स्पर्म काउंट को बढ़ाने में मदद करते हैं और प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में भी सहायक होते हैं।
17). महिलाओं के लिए अलसी है फायदेमंद-
जी हां, महिलाओं के लिए भी अलसी प्रभावी होते हैं।हॉर्मोनल असंतुलन को दूर करते हैं, क्योंकि इनमें लिग्नांस होता है, जो महिलाओं के हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। आसन भाषा में समझे तो अगर महिलाओं के मासिक धर्म समय पर नहीं आ रहे हैं या मासिक धर्म के दौरान तेज दर्द होता हो, तो अलसी एक आयुर्वेदिक घरेलू उपचार हो सकता है जो इसमें सुधार ला सकता है। अलसी एक ऐसा पौधा है जो महिलाओं के लिए बहुत उपयोगी होता है। इसमें लिंगनास नामक एक तत्व होता है जो एस्ट्रोजन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। अलसी खाने से महिलाओं के हार्मोनल इनबैलेंस को बैलेंस बरकरार रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा, अलसी खाने से मासिक धर्म के समय दर्द भी कम हो जाता है और मासिक धर्म समय पर आना शुरू हो जाते हैं। इसलिए, अगर आपको मासिक धर्म संबंधी समस्याएं हो रही हैं तो आप अलसी का सेवन कर सकती हैं।
प्रेगनेंसी में यह सहायक होते हैं, क्योंकि इनमें फोलिक एसिड होता है, जो गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड के सही विकास में भूमिका निभाता हैं।
यह आपकी त्वचा की भी सुरक्षा करते हैं, क्योंकि इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटोकेमिकल्स जैसे तत्व होते हैं, जो त्वचा पर झुर्रियाँ, पिगमेंटेशन, सूजन, संक्रमण, सुनसानी, सुखापन, प्रदुषण, UV rays आदि से बचाते हैं।
हृदय स्वास्थ्य में भी सुधार करते हैं, क्योंकि इनमें अल्फा-लिनोलेनिक एसिड से भरपूर ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सहायता करता है। मस्तिष्क के कार्य में सुधार करते हैं।
18). खाली पेट अलसी खाने के होते है ये फायदे-
अलसी के बीजों का सुबह खाली पेट सेवन करने से शरीर को कई फायदे होते हैं। अलसी में पाए जाने वाले तत्व शरीर के लिए बेहद लाभदायक होते हैं जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी-1, कॉपर, मैंगनीज, कैल्शियम, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। वजन कम करने में मदद मिलती है।
हॉर्मोनल असंतुलन को दूर करते हैं, क्योंकि इनमें लिग्नांस होता है, जो महिलाओं के हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। इसलिए जिन महिलाओं में पीरियड्स से जुड़ी परेशानियां है यह उन को कम करता हैं। इन तत्वों की भरपूर मात्रा शरीर के विभिन्न अंगों के लिए बेहद जरूरी होती है।
सुबह खाली पेट अलसी के बीजों का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है जो शरीर को दिन भर काम करने के लिए तैयार रखती है। बालों और स्किन को स्वस्थ रखता हैं। कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है।डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है। इसके अलावा अलसी के बीजों में मौजूद फाइबर सेहत के लिए बेहद लाभदायक होता है। फाइबर आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है जो आपकी सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है।
19). कोलेस्ट्रॉल में अलसी के क्या है फायदे-
कोलेस्ट्रॉल में अलसी के फायदे बहुत हैं। अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर पाए जाते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।
अलसी के बीज खाने से सेहत को कई तरह के लाभ होते हैं। इसमें उपस्थित फाइबर शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता करता है और वजन कम करता है, क्योंकि अलसी में कैलोरी और प्रोटीन मौजूद होता हैं, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराते है। इसके अतिरिक्त, अलसी के बीज में ऑमेगा-6 फैटी एसिड भी मौजूद होता है जो शरीर को विभिन्न तरह के हृदय रोग, अलसर और जख्मों से बचाने में सहायक होता है।
इसके अलावा, शरीर में अच्छा कोलेस्ट्रॉल (HDL) का स्तर बढ़ता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर नियंत्रित रहता है।
हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है। अलसी के बीज में विटामिन ई पाया जाता हैं जो शरीर के अंदर नसों की सेहत को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
इससे पाचन तंत्र भी मजबूत होता है, क्योंकि अलसी में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं, जो कब्ज, पेट में गैस, पेट में सूजन, पेट में दर्द, पेट में संक्रमण, पेट में समस्या को दूर करता हैं।
अलसी खाने से क्या-क्या होते है नुकसान -
अब तक की जानकारी के अनुसार अलसी खाने से आपके लिए कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं हालांकि, अलसी का सेवन करने से पहले, आपको यह जानना भी आवश्यक है कि अलसी के बीज का सेवन अगर जरूरत से ज्यादा किया जाए तो यह शरीर में नुकसान भी पहुंचाते है। चलिए विस्तार से जानते हैं-
1). अलसी को कभी कच्चा न खाएं -अलसी को कभी कच्चे रूप में सेवन नहीं करना चहिए ये आपके लिए खतरनाक साबित हो सकता है। अलसी को सीधे खाने से अधिकतर लोगों को पेट में गैस, पेट फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। क्योंकि कच्ची अलसी में जहरीले पदार्थ मौजूद होते हैं। जो आपके स्वास्थ को हानि पहुंचा सकते है।
2). ब्लड थिनर - अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड के कारण वह ब्लड थिनर बन सकता है। इसलिए, अगर आप रक्त पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं तो अलसी खाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।अगर आपको खून पतला करने वाली दवाई चल रही है तो ऐसे में अलसी के सेवन से बचना चाहिए। रक्त को पतला करने वाली दवाई का सेवन कर रहे लोगों को इसका सेवन अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर ही करना चाहिए क्योंकि यह रक्तस्राव के खतरे को बढ़ा सकता है।
3). अतिरिक्त जलन - कुछ लोगों को अलसी के सेवन से जलन महसूस हो सकती है। इसलिए अलसी का अधिक मात्रा में सेवन न करे।
4). आंतों में ब्लॉकेज की स्थिति- ध्यान रखें कि जब भी अलसी का सेवन करें तो इसके साथ तरल पदार्थ का सेवन अवश्य करें। कम पानी पीने से आंतों में ब्लॉकेज की स्थिति पैदा हो सकती है।अलसी के बीज का अधिक मात्रा में सेवन ना करें क्योंकि यह आंतो में रुकावट पैदा कर सकता है।
5). गर्भवती महिलाओं को करे नुकसान- गर्भवती महिलाओं को अलसी के सेवन से बचना चाहिए। यह आपके लिए हानिकरक हो सकता है। अगर गर्भवती महिलाएं और स्तनपान करा रही महिलाओं को अलसी के बीज या फिर अलसी के तेल की खुराक लेने से बचना चाहिए।
6). हार्मोनल असंतुलन - अलसी में मौजूद फ्लैवनॉयड एक प्रकार का फाइटोएस्ट्रोजन होता है, जो हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकता है। यदि आप प्रेग्नेंट हैं, स्तनपान कर रही हैं या हार्मोन थेरेपी ले रही हैं, तो अलसी खाने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
7). अलर्जी - कुछ लोग अलसी के प्रयोग से अलर्जी के लक्षण दिखा सकते हैं जैसे खुजली, चकत्ते, सांस लेने में कठिनाई आदि परेशानी का सामना करना पड़ सकता है इसलिए अलसी का अधिक मात्रा में सेवन एलर्जिक रिऐक्शन का कारण भी बन सकता है।
8). दस्त आना- अधिक मात्रा में अलसी का सेवन करने से पेट संबंधित परेशानी जैसे कब्ज, पेट दर्द, दस्त लगना आदि हो सकती है।अत्यधिक फाइबर का सेवन दस्त या पोषक तत्व को ना पचा पाने का भी कारण बन सकता है।
9). ब्लड प्रेशर - ब्लड प्रेशर के पेशेंट को भी अलसी खाने की सलाह नहीं दी जाती है। यह उन्हें हानि पहुंचाता है
10). खाली पेट अलसी खाने के नुकसान - अलसी के बीजों को सुबह खाली पेट खाने से पहले आपको ध्यान रखना चाहिए कि यह आपके शरीर के लिए सही है या नहीं। अलसी के बीजों का अधिक सेवन आपको उल्टी, दस्त, गैस, और शरीर में दर्द के रूप में परेशान कर सकता है। अगर आपको अलसी के बीजों के सेवन से संबंधित कोई समस्या होती है तो आपको इनका सेवन बंद करना चाहिए।
इसके अलावा, अलसी के बीजों को सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए यदि आप दवाओं या किसी भी अन्य चिकित्सा शुरुआत करने के लिए हैं।
समय-समय पर अलसी के बीजों का सेवन करने से आपकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। इसलिए अगर आपको इसके सेवन से जुड़ी कोई समस्या नहीं होती है तो आप अलसी के बीजों को सेवन कर सकते हैं।
11). महिलाओं के लिए अलसी के नुकसान - अलसी का सेवन करने से गर्भावस्था में परेशानी हो सकती है, क्योंकि यह हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है। अलसी में साइनाइड होता है, जो अधिक मात्रा में सेवन करने पर जहरीला हो सकता है।
अलसी का सेवन करने से एलर्जी की संभावना होती है, जैसे उछलना, पेट में दर्द, दमा, स्किन रैश आदि।
अलसी का सेवन करने से खून पतला हो सकता है, जो ब्लीडिंग को बढ़ा सकता है। अगर आप दवाओं या खून पतला करने वाली दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो अलसी का अधिक सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। वे आपको सही सलाह देंगे कि आपको कितना अलसी का सेवन करना चाहिए या क्या आप उस समय अलसी का सेवन कर सकते हैं या नहीं।
अलसी का सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि यह प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन को प्रभावित कर सकता है।
अलसी के बीजों का सेवन करने से पहले, आपको यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि यदि आप अलर्जी से पीड़ित हैं तो आपको अलसी का सेवन नहीं करना चाहिए। अलसी के बीजों से अलर्जी की संभावना भी होती है, इसलिए अलसी का सेवन करने से पहले एलर्जी टेस्ट कराना भी उचित होता है।
अलसी के बीज का सेवन कैसे करें -
अलसी का इस्तेमाल नियमित मात्रा में करना फलदाई होता है। अलसी को इसके चूर्ण, तेल या सप्लीमेंट के साथ सीधे रूप में सेवन किया जाता है। ध्यान रखें कि अलसी खरीदते हुए वैक्यूम सील्ड पैक ही खरीदें। नमी में ये बीज जल्दी खराब हो जाते हैं।
अलसी की तासीर -
अलसी की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्मियों में इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। अलसी के बीजों का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है, परंतु इसका सही मात्रा में और सही समय पर ही सेवन करना चाहिए। गलत तरीके से किया गया सेवन आपको हानि पहुंचा सकता हैं इसलिए कुछ लोगों को इसकी वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, इसलिए अगर आपको भी ऐसा लगे की अलसी को खाने से कोई परेशानी हो रही है तो इसका सेवन बंद कर दें।
लेकिन अगर ऐसा नहीं तो आप इसका सेवन गर्मियों में भी कर सकते हैं बस इसकी मात्रा कम लें और पानी ज़्यादा पीएं।
अलसी को कब खाएं और इसको खाने के तरीके -
अलसी को खाने का सही समय इसे खाली पेट लेना ही है। ऐसे में आप रोजाना सुबह के समय अलसी खा सकते हैं। और सुबह अलसी नुकसान भी नही करती है।
हां अलसी को देर रात को भी खा सकते है लेकिन कम मात्रा लेकर ।
अलसी को कैसे खाना चाहिए -
आप सभी के मन में आमतौर पर एक ही सवाल रहता है की अलसी को खाने का सही तरीका क्या है?। यदि आप साबुत अलसी खरीदते हैं, तो आवश्यकतानुसार पीस लें और दही, दलिया या अनाज में मिलाकर इसको खा सकते हैं। कथित तौर पर अंकुरित फ्लेक्ससीड में प्रोटीन और ओमेगा -3 वसा की अधिक मात्रा होती है। अलसी को अगर सही तरीके से चबाया ना जाए तो ये बिना पचे ही आपके शरीर से बहार निकल सकता है। इसलिए पिसी हुई अलसी का सेवन करना ही इसके खाने का सही और एक अच्छा विकल्प है।
आप अलसी का कई रूप में सेवन कर सकते हैं कुछ लोग अलसी के बीज को पीसकर उसके पाउडर को पानी, दूध, जूस, दही, सलाद या रायता में मिलाकर खाते हैं। कुछ लोग अलसी के बीज को भूनकर कुरकुरा करके चबाकर खाते हैं। सही तरीके से अलसी का उपयोग करने के लिए आप अलसी के बीजों को भून कर उसे पीस के पाउडर बना लें। आप अपने खाना पकाने के अन्य तेलों को बदलकर अलसी का तेल भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
FAQ-
Q. क्या अलसी महिलाओं को नुकसान पहुंचाती है?
हां ये सच है कि महिलाओ को अलसी फायदा करती है तो कई हद तक नुकसान भी अगर कोई महिला गर्भवती है और वह स्तनपान करा रही है तो उन महिलाओ के लिए अलसी नुकसान करती है उनको इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
Q. क्या अलसी पुरुषों के लिए खराब है?
नहीं, अलसी पुरुषों के लिए खराब नहीं है अलसी शरीर के लिए फायदेमंद होता है और पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए बेहद उपयोगी होता है। हां ये बात सही है अगर आप अलसी की मात्रा का गलत तरीके से खाते है और इसकी मात्रा का सेवन अधिक मात्रा में करते है तो यह आपके लिए खतरनाक भी हो सकता हैं।
Q. क्या अलसी को सुबह या रात में लेना बेहतर है?
अलसी को सुबह खाली पेट पर लेना सही माना जाता है क्योंकि सुबह खाली पेट खाने से शरीर को नुकसान नहीं होता है और यह भोजन के लिए भी अधिक उपयुक्त होता है हालांकि अलसी को रात में भी लिया जा सकता है, लेकिन अलसी को कभी भी देर रात को खाने से बचना चाहिए।
Q. अलसी के बीज किसे नहीं खाने चाहिए?
अलसी के बीजों के सेवन से पहले, अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले, यदि आपको कोई बीमारी है या आप अन्य किसी दवाओं का सेवन कर रहे हैं।तो यह आपको नही लेना चहिए। अलसी के बीजों को अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, उल्टी, गैस, और शरीर में दर्द की समस्या हो सकती है।
Q. क्या हम अलसी रोज ले सकते हैं?
हाँ, हम अलसी को रोज ले सकते हैं अलसी एक स्वस्थ और पोषक आहार है यह तत्वों से भरपूर है इसलिए इसका रोजाना सेवन किया जा सकता है यदि आप सीमित मात्रा में नियमित रूप से अलसी के बीज खा सकते हैं एक दिन में 1-2 चम्मच से अधिक अलसी के बीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप इसे ज्यादा अलसी का प्रयोग करते हैं तो यह आपको फ़ायदा की जगह नुकसान भी कर सकता हैं। कोशिश करें इसकी कम मात्रा में ही सेवन करें।
Q. अलसी हानिकारक क्यों है?
अलसी हानिकारक नहीं होती है लेकिन अधिक मात्रा में अलसी के बीजों का सेवन करने से शरीर में कुछ अनुचित प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं। जिससे आपको घातक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।