बच्चों के स्क्रीन टाइम को कैसे करें कम? जानिएं स्क्रीन टाइम कम करने के 11 टिप्स? स्क्रीन टाइम , स्मार्टफोन , कंप्यूटर, टेलीविजन, या वीडियो गेम कंसोल ज
स्क्रीन टाइम क्या हैं ?

स्क्रीन टाइम , स्मार्टफोन , कंप्यूटर, टेलीविजन, या वीडियो गेम कंसोल जैसी स्क्रीन वाले डिवाइस का उपयोग करने में लगने वाले समय को स्क्रीन टाइम कहते हैं। डिजिटल मीडिया के उपयोग और मानसिक स्वास्थ्य में संबंधित अवधारणाओं के साथ अवधारणा महत्वपूर्ण शोध के अधीन है। आजकल स्मार्ट वर्क की वजह से स्क्रीन टाइम सीधे बाल विकास और मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। स्क्रीन टाइम के सकारात्मक या नकारात्मक स्वास्थ्य प्रभाव स्तर और एक्सपोज़र की सामग्री से प्रभावित होते हैं। स्क्रीन समय के नुकसान के जोखिम को रोकने के लिए, सरकारों ने इसके उपयोग पर कुछ नियमों को लागू किया है।
स्क्रीन टाइम का अर्थ है कि आपका बच्चा 24 घंटे में लैपटॉप, टीवी, मोबाइल और टैबलेट आदि गैजेट का इस्तेमाल कितनी देर तक करता है। आज के दौर में डिजिटल मीडिया और स्क्रीन समय बदल गया है कि बच्चे कैसे सोचते हैं, कैसे बातचीत करते हैं और वह सकारात्मक और नकारात्मक सोच के तरीकों से विकसित होते हैं। कई बड़ी प्रौद्योगिकी फर्मों ने डिजिटल मीडिया के उपयोग के जोखिम को कम करने की कोशिश की है जिससे उन पर प्रतिबद्धता या घोषणा भी की है।
अपने बच्चे के स्क्रीन टाइम को कैसे करें मैनेज -
कोविड – 19 के बाद से बड़े हो या बच्चे सबका स्क्रीन टाइम कई हद तक बढ़ गया है, जो कि आप सभी के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है। इतना ही नहीं, यह किसी भी व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ को खराब कर सकता है। हालाकि आजके के समय में स्क्रीन पर ज़्यादा समय बिताना हम सभी मजबूरी बन चुकी है, लेकिन आपके बच्चों के लिए ये आदत काफी भरी पड़ सकती है क्योंकि वे इससे खेलना कूदना भूल रहे है । इसलिए,आपको अपने बच्चों के स्क्रीन टाइम को कम करना बहुत ज़रूरी है।
स्क्रीन टाइम कितना हो -
18 माह से कम उम्र के बच्चों को स्क्रीन से दूर रखना चाहिए। 18-24 माह तक के बच्चों को थोड़ा कम समय के लिए स्क्रीन देखने दे व 2-6 साल तक के बच्चों को सिर्फ़ 1 घंटे से ज्यादा स्क्रीन का इस्तेमाल न करने दे। इनसे बड़े बच्चे 2-4 घंटे तक देख सकते हैं लेकिन हर 25-30 मिनट पर 10 मिनट का आराम जरूर करे।
बच्चे को स्क्रीन से रखे दूर -
बच्चों की आंखों का विकास पांच साल की उम्र में होने लगता है। तो आपको बता दें कि अगर आपका बच्चा इस उम्र में स्क्रीन पर ज्यादा दिखता है तो यह उनकी आंखों के लिए बहुत घातक असर डालता हैं। इससे उनकी नजर कमजोर हो सकती, और न चाहते हुए भी इतनी कम उम्र में चश्मा भी लगाना पड़ सकता है। और कई तरह के आंखों के रोग होने का खतरा रहता है।
एंटीग्लेयर चश्मा लगाएं -
आपका बच्चा जिस रूम में पढ़ाई करता है, तो इस बात का ध्यान रखे कि उस रूम में लाइट की अधिक व्यवस्था हो। आपके बच्चे का अंधेरे कमरे में स्क्रीन देखने पर आंखों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। जिससे आखों की रोशनी कम होने का खतरा रहता है। हम आपको बता आपके बच्चे मोबाइल-कम्प्यूटर पर पढऩे वाले है तो आप उनको एंटीग्लेयर चश्मा लगाएं।
नजर व सुनने पर असर -
ज्यादातर देखा गया है की ज्यादा मोबाइल देखने से आपको शारीरिक और मानसिक दोनों परेशानी होने लगती है। एक ही जगह ज्यादा देर तक बैठे रहने से आपको पोश्चर संबंधी समस्या होने लगती है, आंखों की रोशनी पर बहुत असर पड़ता है और अनिद्रा-तनाव बढ़ जाता है। ज्यादातर हेड फोन का इस्तेमाल करने से कान पर खराब प्रभाव पड़ता है।
बच्चों को प्यार से समझाएं -
जब फोन की बात आती है तो बच्चे जिद्दी हो सकते और आपसे लड़ सकते हैं। वे आपके सामने रो भी सकते हैं और चिल्ला भी सकते हैं, लेकिन आपको अपना धैर्य नहीं खोना है और अपनी बात पर अड़े रहना है। इस तरह से बच्चे भी आपके रवैये को देख कर शांत हो जाएंगे और आपकी बात मान लेंगे।
ब्रेक 10-15 मिनट का -
आजकल बड़ो के साथ-साथ बच्चे भी स्क्रीन टाइम पर ज्यादा समय बीतने लगे है इसलिए आपको यह पता होना चाहिए कि आपको अपने छोटे बच्चों को 10-15 मिनट में ब्रेक दिलाना चाहिए। अगर आपकी उम्र ज्यादा है और आप स्क्रीन पर काम करते है तो आपको 20-20 मिनट में ब्रेक जरूर लेना चाहिए। अपनी पलकों को तेज-तेज से झपकाएं और किसी दूर रखी वस्तु को देखे। इससे आपकी आंखों की मांसपेशियों को आराम मिलता है। और
अभिभावक नज़र रखें -
ध्यान रहे आपको अपने कंप्यूटर-मोबाइल को ऐसी जगह रखना है जहां से आप अपने बच्चे को आसानी से देख सके। पढ़ाई के साथ-साथ लैपटॉप-मोबाइल के लिए भी नियम बनाएं। उसका एक टाइम निश्चित करें। मॉनीटरिंग के लिए कई ऐप्स भी आते हैं। उन्हें फिजिकल एक्टिविटी जैसे कसरत, साइक्लिंग, वॉक, स्पोट्र्स के लिए अपने बच्चो को प्रेरित करें।
स्क्रीन टाइम कम करने के 11 लाभ -
स्क्रीन टाइम कम करने से आपकी आंखों, मस्तिष्क और मन को बहुत आराम मिलता है। आपको अपने स्क्रीन से दूरी बनाने रखने के लिए कुछ सरल और प्रभावी टिप्स का पालन करना चाहिए।
1)- ब्रेक टाइम से स्क्रीन से रहें दूर -
आज कल सभी के पास बहुत काम होता है ज्यादातर समय स्क्रीन पर रहते है इसलिए आपको अपने काम के समय बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लेना चाहिए जिससे आप कुछ समय स्क्रीन से दूरी बनाएं रखे।
2)- स्क्रीन टाइम को अपनी प्राथमिकताओं से जोड़ें - ,
आज के समय में सभी का काम अलग-अलग होता है स्क्रीन पर गुजरने वाला समय सभी के लिए एक समान नहीं होता है। इसलिए सबसे पहले आपको पता करना होगा कि आपके कौन-कौन से काम स्क्रीन पर ही होने हैं, और कौन-कौन से काम आप बिना स्क्रीन के भी कर सकते है।
3)- टाइम मैनेजमेंट पर करें फोकस -
अपना टाइम मैनेजमेंट का पता करने के लिए आपको पूरे एक सप्ताह तक यह देखना होगा कि आपका पूरा समय कहां और कैसे बिताया है। इससे आपको पता करने में मदद मिलेगी कि आपने किस-किस स्क्रीन पर कितना समय दिया है।
4)- स्क्रीन-स्मार्ट हों -
आपका स्क्रीन पर काम करने का स्टाइल स्मार्ट होना चाहिए, मतलब ध्यान रखे कि स्क्रीन पर ज़्यादा समय न बिताते हुए सिर्फ जरूरी काम ही स्क्रीन पर किए जाएं। इसके लिए आपको अपने फोन या लैपटॉप पर कुछ एप्स या फीचर्स का इस्तेमाल करना होगा जो आपको अपना स्कीम टाइम ट्रेक करने और लिमिट करने में मदद करेंगे। जैसे कि स्क्रीन टाइम(IOC), डिजिटल वेल बीइंग, फ्रीडम(MAC) आदि फीचर्स हैं।
5)- स्क्रीन-फ्री ज़ोन घर पर ही बनाएं -
आपको अपने घर में कुछ अलग-अलग ज़ोन ख़ास करके स्क्रीन-फ्री ज़ोन में परिवर्तित करना होगा, इसका मतलब यह है कि जहां पर किसी प्रकार का स्क्रीन (मोबाइल, TV, लैपटॉप, टैबलेट) जैसे गैजेट न हो।
6)- स्क्रीन-स्पेशल हो -
आपको अपने स्क्रीन पर स्पेशल तरीके से इंटरटेनमेंट का मजा लेना चाहिए। हमारे कहने का मतलब यह है कि स्क्रीन पर सिर्फ वही चीजें देखें जो आपको सच में पसंद आती हो जिससे आपको खुशी मिलती हो और आपके मन को अच्छा करती हो। इसलिए आपको अपने TV या फोन पर कुछ क्वालिटी शोज़ या मूवीस को सेलेक्ट करके रखना होगा। जो आपको एजुकेट या इंस्पायर करते हो। ऐसे शोज़ या मूवीस को आप अपने स्क्रीन-फ्री-जोन में भी देख सकते हैं।
7)- नोटिफिकेशन को कर दे बंद -
ज्यादातर लोग नोटिफिकेशन की वजह से बार-बार अपना फोन चेक करते रहते हैं। ऐसे में अगर आप अपना स्क्रीन टाइम कम करना चाहते हैं, तो अपना काम खत्म होने के बाद नोटिफिकेशन बंद कर दें, ताकि बार-बार नोटिफिकेशन चेक करने के चक्कर में आप मोबाइल इस्तेमाल करने न लग जाएं।
8)- स्क्रॉलिंग करने की आदत छोड़ें -
इन दिनों लोगों के अंदर सोशल मीडिया को लेकर एक अलग क्रेज देखने को मिल रहा है। ऑफिस वर्क के अलावा लोग अपने मोबाइल पर अपना ज्यादातर सोशल मीडिया साइट्स देखने में गुजारते हैं। ऐसे में अगर आप अपना स्क्रीन टाइम कम करना चाहते हैं, तो सोशल मीडिया साइट्स स्क्रॉलिंग करने की आदत को छोड़ दें।
9)- दूसरी गतिविधियों में मन लगाएं -
अपने खाली समय में बोरियत से बचने के लिए ज्यादातर लोग फोन पर अपना वक्त गुजारते हैं। लेकिन अगर आप स्क्रीन टाइम कम करना चाहते हैं, तो अपने खाली समय में मोबाइल इस्तेमाल करने की बजाय कुछ अन्य गतिविधियां जैसे किताबें पढ़ना, घूमने जाना, दोस्तों से मिलना आदि कर सकते हैं।
10)- डिसाइड करें कि कितना स्क्रीन टाइम सही है -
एक्सपर्ट इशिना के अनुसार सबसे पहले यह आपको तय करना होगा कि आपके बच्चे के लिए कितना समय फोन या लैपटॉप चलाना सही है। जब पहले यह निर्धारित कर लेते हैं तो आपके लिए आधा काम आसान हो जाता है। इसी तरह से आप बच्चों को फोन चलाने के लिए भी दे सकती हैं जिससे वे ज़िद न करें और आपके मन का काम भी हो जाए।
11)- कुछ समय सोशल मीडिया से लें ब्रेक -
स्क्रीन टाइम बढ़ने के पीछे अहम वजह लोगों का सोशल मीडिया साइट्स पर टाइम बिताना है। ऐसे में अगर आप अपना स्क्रीन टाइम कम करना चाहते हैं, तो बीच-बीच में डिजिटल ब्रेक लेते हैं। इस ब्रेक के दौरान आपको अपने फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स से पूरी तरह से दूरी बनाना होगी।